हरिवंश रा� बच्च�
Born
in Allahabad, Uttar Pradesh, India
November 27, 1907
Died
January 18, 2003
Genre
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मधुशाल�
by
13 editions
—
published
1935
—
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क्या भूलू� क्या या� करूँ
by |
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नीड़ का निर्मा� फि�
by |
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मेरी श्रेष्� कविताए�
by
4 editions
—
published
2009
—
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बसेर� से दू�
by
3 editions
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published
2007
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दशद्वा� से सोपा� तक
by
8 editions
—
published
1998
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निशा निमंत्रण
by
5 editions
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published
1992
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मधुकलश
by |
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खैया� की मधुशाल�
by |
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हिन्दी की श्रेष्� कविताए�
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“मेरे अधरो� पर हो अन्तिम वस्त� � तुलसी-दल, प्याला, मेरी जिह्वा पर हो अन्तिम वस्त� � गंगाजल, हाला, मेरे शव के पीछे चलने- वालो, या� इस� रखना� ‘राम ना� है सत्य� � कहना, कहना ‘सच्ची मधुशाल�”
― मधुशाल�
― मधुशाल�
“मदिराल� जाने को घर से चलता है पीनेवाला, ‘किस पथ से जाऊँ� असमंजस मे� है वह भोलाभाला; अल�-अल� पथ बतलाते सब पर मै� यह बतलाता हूँ� ‘राह पकड़ तू एक चल� चल, पा जाएग� मधुशाल�”
― मधुशाल�
― मधुशाल�
“धर्म-ग्रं� सब जल� चुकी है जिसक� अन्त� की ज्वाला, मंदि�, मस्जिद, गिरजे—सबक� तोड़ चुका जो मतवाला, पंडि�, मोमि�, पादरियों के फंदो� को जो का� चुका कर सकती है आज उसी का स्वागत मेरी मधुशाल�”
― मधुशाल�
― मधुशाल�